Super Consciousness Mind: Unlock The Unlimited Powers of Your Mind

Super Consciousness Mind: Unlock The  Unlimited Powers of Your Mind

नमस्कार मेरे प्रिय पाठकों, दिमाग की दुनियां में आपका फिर से स्वागत है। Super Consciousness Mind: Unlock the Unlimited Powers of Your Mind" यानि कि अतिचेतन मन : अपने दिमाग की अद्भुत क्षमता को अनलॉक कीजिए। ये आज का टॉपिक है।

Super Consciousness Mind
Super Consciousness Mind 


 प्रिय पाठकों, आज जो हम जिस टॉपिक पर चर्चा करने जा रहे है वो कोई साधारण सा टॉपिक नहीं हैं और न वो कोई कॉपी पेस्ट कंटेंट है। ये मेरे खुद के द्वारा रिसर्च किया हुआ और अनुभव किया हुआ कंप्लीट नॉलेज है super consciousness mind के बारे में।

मैं अभी भी बता रहा हूं कि Please Don't Judge A Book By Its Cover. अगर Super Consciousness को deeply समझना है तो एक ही बार में पूरा दिल से समझाऊंगा जो आपके दिल को छू जाएगा क्योंकि दिमाग़ की बात दिमाग अकेला नहीं समझ सकता है, इसे समझने के लिए आप मेरे शब्दों का हाथ थाम कर रखिए। तो चलिए शुरू करते है।

तो मेरे प्रिय पाठकों, दिमाग़ की दुनिया में आपका फिर से स्वागत है आज हम बात कर रहे हैं The Ultimate Power Of Super Consciousness Mind के बारे में। तो क्या आपको पता है- 

What Is Super Consciousness Mind अति चेतना किसे कहते हैं? 

प्रिय पाठकों, Super Consciousness को समझने से पहले आप ये बताओ कि What Is Consciousness? चेतना क्या होती है? इसका मतलब किसी को पता है क्या? 

चेतना का मतलब होता है- जागरूकता या जागरूक अवस्था। यानि कि आपके चारों-ओर किसी भी स्थिति, परिस्थिति ,घटना, स्थान, व्यक्ति, जीव-जंतु, पेड़-पौधें, पशु-पक्षी, नदी, पहाड़, झरना, चर-चराचर आदि समस्त चीजों के प्रति सजग रहना।

किसी भी वस्तु या व्यक्ति की चेतना का अनुमान उसके देखने, सुनने, बोलने, चलने फिरने या सिर्फ खाने पीने तक समिति नहीं है।
चेतना का संबंध सिर्फ 5 इन्द्रियों से ही नहीं है, चेतना तो इसके भी परे है।
हम समझते है कि सिर्फ जीवित चीजों के अन्दर ही चेतना होती है लेकिन यह गलत है। 

What Is Super Consciousness Mind Power
What Is Super Consciousness Mind Power 


आपको जानकर हैरानी होगी कि इस जगत में जो कुछ भी विद्यमान है चाहे सजीव या निर्जीव, सबकी अपनी अपनी एक चेतना की शक्ति होती है । लेकिन आम इंसान सभी की चेतना को न तो देख सकता है और न ही महसूस कर सकता है इसलिए हम निर्जीव वस्तुओं को जरूरी नहीं मानते है।

लेकिन आज की मॉडर्न साइंस ने यह साबित कर दिया कि इस जगत में हर एक वस्तु या हर एक कण की अपनी एक चेतना होती है। निर्जीव वस्तुओं में भी अपने हाव भाव प्रदर्शित करने का गुण होता है। 

विज्ञान यह कहता है कि किसी कण को अगर ऑब्जर्व नहीं किया जा रहा है तो उसकी प्रकृति अलग होती है और अगर उस कण को ऑब्जर्व करते है तो वो अपनी प्रकृति चेंज कर लेता है 

मेरी यह बाते आपको सुनने में अजीब लग रही होगी लेकिन यह सत्य है ठीक उसी प्रकार जिस प्रकार कोई व्यक्ति किसी सुनसान सड़क पर अपनी मस्ती में नाचते हुए उछलते कूदते हुए और मन पसंदीदा गाना गुनगुनाते हुए जा रहा है तभी अचानक दूर सामने से कोई व्यक्ति उसकी तरफ आ रहा होता है तो वह व्यक्ति अपने हाव भाव चेंज कर लेता है भले ही वो दोनों ही व्यक्ति एक दूसरों को न जानते हो। लेकिन फिर भी उस व्यक्ति की चाल नॉर्मल हो जाती है शायद गाना गुनगुनाना बंद हो जाए। 

जैसे ही हमे पता चलता है कि हमें कोई देख रहा है तो हम अपनी चेतना के माध्यम से कुछ और ही प्रदर्शित करने लगते है। इसलिए Consciousness power हर व्यक्ति में, हर वस्तु में, हर एक चीज में होती है बस उनकी प्रकृति अलग अलग होती है। 

Super Consciousness क्या होती है?

प्रिय पाठकों, Super Consciousness Power ब्रह्मांड की वो शक्ति है जिसके माध्यम से एक साधारण सा व्यक्ति भी महान बन सकता है। सुपर कॉन्सियसनेस का मीनिंग होता है कि आप जहां है, जिस हाल में है, जो है, उस स्थिति को बिना किसी पूर्व ज्ञान के आधार पर, As It Is उसी रूप में  उसको देखना या ऑब्जर्व करन ही Super Consciousness है। और यह सुपर कॉन्सियसनेस हर एक व्यक्ति विशेष के अन्दर पाई जाती है, बस हमे जरूरत है इसे अनलॉक करने की। 


Power Of Super Consciousness Mind



प्रिय पाठकों,  Super Consciousness Mind के अन्दर पावर की बात करे तो यह शब्दों में बयां नहीं कर सकता। मैं यहां सिर्फ इतना ही कहूंगा कि जो व्यक्ति अपने ब्रम्हचर्य के नियमों का पालन करेगा वो व्यक्ति आज नहीं तो कल Super Consciousness Mind की स्थिति को जरूर प्राप्त करेगा। 
नीचे कुछ Major और कुछ Minor शक्तियों के बारे चर्चा की गई है।

Major Powers:

1. Intuition and Wisdom

2. Creativity

3. Self-realization

4. Telepathy and Psychic Abilities

5. Clairvoyance and Precognition

6. Healing Powers

7. Higher Mental Powers


1. सहज ज्ञान (Intuition): 

सुपरकॉन्शियस माइड में व्यक्ति को बिना किसी तार्किक प्रक्रिया के सही जानकारी प्राप्त होती है। यह ज्ञान अक्सर अचानक और अप्रत्याशित रूप से आता है।


2. सृजनात्मकता (Creativity): 

यह मस्तिष्क का हिस्सा व्यक्ति की सृजनात्मकता को बढ़ावा देता है। नई और अद्वितीय विचार, कला, संगीत, और अन्य सृजनात्मक कार्य सुपरकॉन्शियस माइड से उत्पन्न होते हैं।


3. आत्म-साक्षात्कार (Self-realization): 

यह मन की वह अवस्था है जहाँ व्यक्ति अपने वास्तविक स्वभाव और आत्मा के सत्य को पहचानता है। इसे आध्यात्मिक जागरूकता भी कहते हैं।


4. टेलीपैथी (Telepathy): 

कुछ लोग मानते हैं कि सुपरकॉन्शियस माइड में टेलीपैथिक संचार की क्षमता होती है, जिससे एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति के विचार और भावनाओं को बिना किसी माध्यम के समझ सकता है।


5. प्रकाश ज्ञान (Clairvoyance): 

इसमें व्यक्ति को बिना किसी प्रत्यक्ष प्रमाण के भविष्य की घटनाओं या दूरस्थ स्थानों की जानकारी हो सकती है।


6. अति स्मरण (Hyperthymesia): 

सुपरकॉन्शियस माइड में व्यक्ति की स्मरण शक्ति बहुत तेज हो सकती है, जिससे वह छोटी से छोटी और पुरानी से पुरानी घटनाओं को भी याद रख सकता है।


7. चिकित्सीय शक्तियाँ (Healing Powers):

 कुछ लोग मानते हैं कि इस अवस्था में व्यक्ति में आत्मचिकित्सा और दूसरों को ठीक करने की क्षमता होती है।


8. उच्च मानसिक शक्ति (Higher Mental Power):

 सुपरकॉन्शियस माइड में व्यक्ति का मानसिक नियंत्रण और ध्यान बहुत मजबूत होता है, जिससे वह कठिन परिस्थितियों में भी शांत और स्थिर रह सकता है।



Minor Powers:

1. Precognition

2. Psychokinesis

3. Remote Viewing

4. Empathy 

5. Psychic Sensitivity

6. Lucid Dreaming and Dream Control

7. Manifestation and Law of Attraction

8. Aura Reading and Energy Perception

9. Mediumship and Spirit Communication

10. Time Perception and Altered States


1. पूर्वज्ञान (Precognition): - 

भविष्य की घटनाओं या परिणामों के बारे में जागरूकता या धारणा।


2. साइकोकाइनेसिस (Psychokinesis):- 

केवल मानसिक इरादे से भौतिक वस्तुओं या घटनाओं को प्रभावित करने की क्षमता।


3. दूरस्थ दृश्य (Remote Viewing):-

 ज्ञात इंद्रियों का उपयोग किए बिना किसी दूर या अदृश्य लक्ष्य के बारे में जानकारी एकत्र करना।


4. सहानुभूति (Empathy):- 

दूसरों की भावनाओं, विचारों या भावनाओं को महसूस करना और समझना।


5. मानसिक सुरक्षा (Psychic Sensitivity):-

 खुद को या दूसरों को नकारात्मक ऊर्जा या मानसिक हमलों से बचाने की क्षमता।


6. सुस्पष्ट स्वप्न (Lucid Dreaming):- 

सपनों के भीतर जागरूकता और नियंत्रण, सचेत बातचीत और सपनों के अनुभवों में हेरफेर करने में सक्षम बनाना।


7. अभिव्यक्ति (Manifestation):- 

केंद्रित इरादे या विचार के माध्यम से वांछित परिणामों या वास्तविकताओं को अस्तित्व में लाने की क्षमता।


8. आभा पढ़ना (Aura Reading):- 

जीवित प्राणियों के आसपास के ऊर्जा क्षेत्र की धारणा या व्याख्या।


9. मध्यमता (Mediumship):- 

अन्य लोकों से आत्माओं या संस्थाओं के साथ संवाद करने की क्षमता।


10. समय बोध (Time Perception):- 

समय की परिवर्तित या उन्नत धारणा, जिसमें व्यक्तिपरक समय अनुभव को धीमा या तेज़ करने की क्षमता शामिल है।


सुपरकॉन्शियस माइड की ये शक्तियाँ और क्षमताएँ व्यक्ति के मानसिक और आध्यात्मिक विकास के उच्चतम स्तर को दर्शाती हैं। हालांकि, इन क्षमताओं को पूरी तरह से समझना और उपयोग में लाना कठिन हो सकता है और इसके लिए ध्यान, साधना, और आत्म-अनुशासन की आवश्यकता होती है।


सुपर कॉन्शियसनेस माइंड (Super Consciousness Mind) को Activate करने का तरीका

सुपर कॉन्शियसनेस माइंड (उच्चचेतन मन) विकसित करने के लिए एक ऐसी प्रक्रिया की आवश्यकता होती है, जिसमें मानसिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक विकास शामिल हो। यहां कुछ प्रमुख चरण हैं, जो इस विकास में मदद कर सकते हैं:

Meditation And Super Consciousness
Meditation And Super Consciousness 


1. ध्यान और मेडिटेशन:

   - नियमित ध्यान और मेडिटेशन से मन की शांति और स्पष्टता बढ़ती है।

   - इससे मानसिक एकाग्रता और आत्म-जागरूकता में सुधार होता है।

   - मेडिटेशन के माध्यम से व्यक्ति गहरे आत्म-चेतना के स्तरों तक पहुंच सकता है।


2. आत्म-जागरूकता और आत्म-अवलोकन:

   - अपने विचारों, भावनाओं और क्रियाओं का अवलोकन करना महत्वपूर्ण है।

   - आत्म-जागरूकता के माध्यम से, व्यक्ति अपनी कमजोरियों और शक्तियों को पहचान सकता है।

   - आत्म-आलोचना और सुधार की प्रवृत्ति विकसित होती है।


3. ज्ञान और शिक्षा:

   - विभिन्न आध्यात्मिक और मनोवैज्ञानिक ग्रंथों का अध्ययन करें।

   - आध्यात्मिक गुरुओं और शिक्षकों से मार्गदर्शन प्राप्त करें।

   - विभिन्न संस्कृतियों और परंपराओं के ज्ञान को समझें और अपनाएं।


4. सकारात्मक सोच और विश्वास:

   - सकारात्मक सोच और दृष्टिकोण को विकसित करें।

   - आत्म-संवाद (self-talk) को सकारात्मक और प्रेरणादायक बनाएं।

   - विश्वास रखें कि आप अपने मानसिक और आध्यात्मिक विकास के लिए सक्षम हैं।


5. प्राकृतिक तत्वों के साथ संपर्क:

   - प्रकृति के साथ समय बिताना मन को शांति और प्रेरणा प्रदान करता है।

   - वन्य जीवन, पहाड़, समुद्र आदि के साथ संपर्क रखने से मन की गहराईयों को समझा जा सकता है।


6. स्वास्थ्य और जीवनशैली:

   - स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम से शरीर और मन को संतुलित रखें।

   - नींद और विश्राम को प्राथमिकता दें।

   - नशे और अन्य नकारात्मक आदतों से दूर रहें।


7. रचनात्मकता और कला:

   - रचनात्मक गतिविधियों में संलग्न रहना जैसे लेखन, पेंटिंग, संगीत आदि।

   - कला और रचनात्मकता से मानसिक विकास और उच्च चेतना का अनुभव होता है।


8. सामाजिक सेवा और करुणा:

   - दूसरों की सेवा और सहायता से आत्मा को संतोष और शांति मिलती है।

   - करुणा और परोपकार की भावना से उच्च चेतना को जागृत किया जा सकता है।


9. आध्यात्मिक अनुभव:

   - विभिन्न धार्मिक और आध्यात्मिक अनुभवों का अन्वेषण करें।

   - मंत्र जाप, प्रार्थना और अन्य आध्यात्मिक अभ्यासों में संलग्न रहें।


10. मनोवैज्ञानिक थेरेपी और कोचिंग:

    - किसी मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर या कोच से मार्गदर्शन प्राप्त करें।

    - मनोवैज्ञानिक थेरेपी से मानसिक अवरोधों को दूर किया जा सकता है।


मेरे प्रिय पाठकों, इन चरणों का पालन करके, व्यक्ति अपने सुपर कॉन्शियसनेस माइंड (Super Consciousness Mind) को विकसित कर सकता है और उच्च चेतना की ओर अग्रसर हो सकता है। इस प्रक्रिया में धैर्य और निरंतरता की आवश्यकता होती है, लेकिन परिणामस्वरूप जीवन में गहरी समझ और संतुलन प्राप्त होता है।

यह भी पढ़ें- The Power Of Subconscious Mind 

अभी यह बहुत शॉर्ट में इंट्रो दिया है अभी पूरी फिल्म बाकी है पाठकों, आने वाले कुछ ही ब्लॉग में आपको हर एक चीज के बारे पूरी डिटेल में जानकारी दी जाएगी। बस आप अपना प्यार बनाएं रखे। 

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